From the Eyes of Dr Ajay Kumar Ojha :
Nature Dawn Painting on 08 October 2020
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सुभाषितानि
संस्कृत भाषा विश्व की प्राचीनतम भाषा है एवं विश्व की सभी भाषाओं में वैज्ञानिक भी। भारतीय संस्कृति में संस्कृत भाषा का अत्यन्त महत्त्व है। संस्कृत भाषा को देव भाषा भी कहते हैं। हमारे ऋषि-मनीषियों ने अपनी व्यक्तिगत साधना, अनुभव तथा ज्ञान के आधार पर अनेकानेक श्लोकों की रचना की हैं जो समस्त मानव के लिए ज्ञानदायी हैं प्रेरणादायी हैं प्रोत्साहनदायी हैं कल्याणकारी हैं।
अधमाः धनमिच्छन्ति धनं मानं च मध्यमा।
उत्तमाः मानमिच्छन्ति मानो हि महताम् धनं।।
अधम यानी निम्न कोटि के व्यक्ति (केवल) धन की इच्छा रखते हैं, मध्यम कोटि के व्यक्ति धन एवं मान-सम्मान दोनों को इच्छा रखते हैं। वहीं उत्तम कोटि के व्यक्ति अर्थात् महापुरुष (केवल) मान-सम्मान की इच्छा रखते हैं - मान-सम्मान ही उनका सबसे बड़ा धन है।
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