Friday, October 30, 2020

From the Eyes of Dr Ajay Kumar Ojha : Nature Dawn Painting on 31 October 2020

                                From the Eyes of Dr Ajay Kumar Ojha : 

Nature Dawn Painting on 31 October 2020

(The whole article along with all the images  are subject to IPR)



"राष्ट्रीय एकता दिवस" की शुभकामनाएँ  







सुभाषितानि 



संस्कृत भाषा विश्व की प्राचीनतम भाषा है एवं विश्व की सभी भाषाओं में  वैज्ञानिक भी। भारतीय संस्कृति में संस्कृत भाषा का अत्यन्त महत्त्व है। संस्कृत भाषा को देव भाषा भी कहते हैं। हमारे ऋषि-मनीषियों ने अपनी  व्यक्तिगत साधना, अनुभव तथा ज्ञान के आधार पर अनेकानेक श्लोकों की रचना की हैं जो समस्त मानव के लिए ज्ञानदायी हैं  प्रेरणादायी हैं  प्रोत्साहनदायी हैं कल्याणकारी हैं।

सुखमापतितं  सेव्यं   दुखमापतितं  तथा। 
  चक्रवत् परिवर्तन्ते दुखानि च सुखानि च।। 



जीवन में आने वाले सुख का आनन्द लें एवं जीवन में आनेवाले दुःख को भी स्वीकार करें (क्योंकि) दुःख तथा सुख चक्रवत यानी चक्र के समान  परिवर्तित होते रहते हैं। 




Image (C) Dr Ajay Kumar Ojha



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