Friday, October 16, 2020

From the Eyes of Dr Ajay Kumar Ojha : Nature Dawn Painting on 17 October 2020

                                 From the Eyes of Dr Ajay Kumar Ojha : 

Nature Dawn Painting on 17 October 2020

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सुभाषितानि 



संस्कृत भाषा विश्व की प्राचीनतम भाषा है एवं विश्व की सभी भाषाओं में  वैज्ञानिक भी। भारतीय संस्कृति में संस्कृत भाषा का अत्यन्त महत्त्व है। संस्कृत भाषा को देव भाषा भी कहते हैं। हमारे ऋषि-मनीषियों ने अपनी  व्यक्तिगत साधना, अनुभव तथा ज्ञान के आधार पर अनेकानेक श्लोकों की रचना की हैं जो समस्त मानव के लिए ज्ञानदायी हैं  प्रेरणादायी हैं  प्रोत्साहनदायी हैं कल्याणकारी हैं। 




                                  शुभ नवरात्रि २०२०


बुद्धिं देहि यशो देहि कवित्वं देहि देहि मे। 
मूढत्वं च हरेद्देवि  त्राहि मां शरणागतम्।।  

हे देवी ! मुझे बुद्धि दें, यश  (कीर्ति) दें,कवित्वशक्ति  दें  - दें माँ ! एवं मेरी मूढ़ता का मूर्खता का नाश-विनाश-सर्वनाश करें, मुझ शरणागत की रक्षा करें माँ।   
                                                                         डॉ अजय कुमार ओझा 


Image (C) Dr Ajay Kumar Ojha

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