Saturday, August 22, 2020

From the Eyes of Dr Ajay Kumar Ojha : Dawn Nature Painting on 23 August 2020

From the Eyes of Dr Ajay  Kumar Ojha :
Dawn Nature Painting on 23 August 2020


(All the images are subject to IPR)





Image (C) Dr Ajay Kumar Ojha


सुभाषितानि 


नाक्षरं          मंत्रहीतं        नमूलंनौधिम्।
  अयोग्य पुरुषं नास्ति योजकस्तत्रदुर्लभः।


ऐसा कोई भी अक्षर नहीं है जिसका मंत्र के लिए प्रयोग न किया जा सके, ऐसी  कोई भी वनस्पति नहीं है जिसका प्रयोग या उपयोग औषधि के रूप न किया सके, ऐसा कोई भी व्यक्ति नहीं है जो (सम्पूर्णतः) अयोग्य हो, और इसलिए उसका सदुपयोग न किया जा सके - किन्तु ऐसे व्यक्ति अत्यन्त दुर्लभ हैं जो उनका सदुपयोग करना जानते हों। 





Image (C) Dr Ajay Kumar Ojha

Image (C) Dr Ajay Kumar Ojha

Image (C) Dr Ajay Kumar Ojha

Image (C) Dr Ajay Kumar Ojha

Image (C) Dr Ajay Kumar Ojha

Image (C) Dr Ajay Kumar Ojha

Image (C) Dr Ajay Kumar Ojha

Image (C) Dr Ajay Kumar Ojha

Image (C) Dr Ajay Kumar Ojha

Image (C) Dr Ajay Kumar Ojha



No comments:

Post a Comment