From the Eyes of Dr Ajay Kumar Ojha :
Dawn Nature Painting on 13 August 2020
(All the images are subject to IPR)
सुभाषितानि
षड्दोषा पुरुषेणेह हातव्या भूतिमिच्छता।
निद्रा तन्द्रा भयं क्रोध: आलस्यं दीर्घसूत्रता।।
षड्दोषा पुरुषेणेह हातव्या भूतिमिच्छता।
निद्रा तन्द्रा भयं क्रोध: आलस्यं दीर्घसूत्रता।।
उन्नति या ऐश्वर्य चाहनेवाले पुरुषों या व्यक्तियों को निद्रा ( नींद), तन्द्रा (उंघना ), भय (डर), क्रोध, आलस्य और दीर्घसूत्रता ( शीघ्र हो जानेवाले कार्यों में अधिक समय लगाने की आदत ) - इन छः दुर्गुणों का परित्याग कर देना चाहिए, ये छः दुर्गुण ऐसे व्यक्तियों के लिए त्याज्य है।
Image (C) Dr Ajay Kumar Ojha |
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