Wednesday, September 16, 2020

From the Eyes of Dr Ajay Kumar Ojha : Nature Dawn Painting on 17 September 2020

From the Eyes of Dr Ajay Kumar Ojha : 
Nature Dawn Painting on 17  September 2020

(The whole article along with all the images  are subject to IPR))



सुभाषितानि 



संस्कृत भाषा विश्व की प्राचीनतम भाषा है एवं विश्व की सभी भाषाओं में  वैज्ञानिक भी। भारतीय संस्कृति में संस्कृत भाषा का अत्यन्त महत्त्व है। संस्कृत भाषा को देव भाषा भी कहते हैं। हमारे ऋषि-मनीषियों ने अपनी  व्यक्तिगत साधना, अनुभव तथा ज्ञान के आधार पर अनेकानेक श्लोकों की रचना की हैं जो समस्त मानव के लिए ज्ञानदायी हैं  प्रेरणादायी हैं  प्रोत्साहनदायी हैं कल्याणकारी हैं  । 



 अश्वस्य भूषणं वेगो मत्तं स्याद् गजभूषणं।
    चातुर्यम् भूषणं  नार्या उद्योगो नर भूषणं।। 

अश्व अर्थात् घोड़े का भूषण (अलंकार) वेग है, गज अर्थात् हाथी का भूषण उसकी  मत्त मदमस्त चाल है, नारी (स्त्री )का भूषण उसका चातुर्य यानी  विभिन्न कार्यों में निपुणता है दक्षता है, नर (पुरुष)  का भूषण उसकी उद्योगशीलता उद्यमशीलता है। 






Image (C) Dr Ajay Kumar Ojha

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