From the Eyes of Dr Ajay Kumar Ojha :
Nature Dawn Painting on 08 November 2020
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सुभाषितानि
संस्कृत भाषा विश्व की प्राचीनतम भाषा है एवं विश्व की सभी भाषाओं में वैज्ञानिक भी। भारतीय संस्कृति में संस्कृत भाषा का अत्यन्त महत्त्व है। संस्कृत भाषा को देव भाषा भी कहते हैं। हमारे ऋषि-मनीषियों ने अपनी व्यक्तिगत साधना, अनुभव तथा ज्ञान के आधार पर अनेकानेक श्लोकों की रचना की हैं जो समस्त मानव के लिए ज्ञानदायी हैं प्रेरणादायी हैं प्रोत्साहनदायी हैं कल्याणकारी हैं।
यद्यदाचरति श्रेष्ठस्तत्तदेवेतरो जनः।
स यत्प्रमाणं कुरुते लोकस्तदनुवर्तते।।
श्रेष्ठ (पुरुष) जो जो आचरण करता है, जन अर्थात् सामान्य मनुष्य भी वैसा ही आचरण करते हैं। वह जिसे (श्रेष्ट कहकर) प्रमाणित कर देता है, समस्त मानव समुदाय उसी का अनुसरण करने लग जाते हैं ।
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