Friday, November 6, 2020

From the Eyes of Dr Ajay Kumar Ojha : Nature Dawn Painting on 07 November 2020

                                From the Eyes of Dr Ajay Kumar Ojha : 

Nature Dawn Painting on 07 November 2020

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सुभाषितानि 



संस्कृत भाषा विश्व की प्राचीनतम भाषा है एवं विश्व की सभी भाषाओं में  वैज्ञानिक भी। भारतीय संस्कृति में संस्कृत भाषा का अत्यन्त महत्त्व है। संस्कृत भाषा को देव भाषा भी कहते हैं। हमारे ऋषि-मनीषियों ने अपनी  व्यक्तिगत साधना, अनुभव तथा ज्ञान के आधार पर अनेकानेक श्लोकों की रचना की हैं जो समस्त मानव के लिए ज्ञानदायी हैं  प्रेरणादायी हैं  प्रोत्साहनदायी हैं कल्याणकारी हैं।


 क्रोधाद्भवति सम्मोहः   सम्मोहात्स्मृतिविभ्रमः।  
                    स्मृतिभ्रंशाद्बुद्धिनाशो बुद्धिनाशात्प्रणश्यति।

क्रोध से सम्मोह अर्थात् मूढ़भाव उत्पन्न होता है, सम्मोह से स्मृति में भ्रम हो जाता है, स्मृति भ्रष्ट हो जाने से बुद्धि का नाश हो जाता है एवं बुद्धि के नष्ट हो जाने पर (मनुष्य) नष्ट हो जाता है अर्थात् पुरुषार्थ के अयोग्य हो जाता है।  




Image (C) Dr Ajay Kumar Ojha

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