Friday, November 27, 2020

From the Eyes of Dr Ajay Kumar Ojha : Nature Dawn Painting on 27 November 2020

                               From the Eyes of Dr Ajay Kumar Ojha : 

Nature Dawn Painting on 27 November 2020

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सुभाषितानि 




संस्कृत भाषा विश्व की प्राचीनतम भाषा है एवं विश्व की सभी भाषाओं में  वैज्ञानिक भी। भारतीय संस्कृति में संस्कृत भाषा का अत्यन्त महत्त्व है। संस्कृत भाषा को देव भाषा भी कहते हैं। हमारे ऋषि-मनीषियों ने अपनी  व्यक्तिगत साधना, अनुभव तथा ज्ञान के आधार पर अनेकानेक श्लोकों की रचना की हैं जो समस्त मानव के लिए ज्ञानदायी हैं  प्रेरणादायी हैं  प्रोत्साहनदायी हैं कल्याणकारी हैं।


 न    तेजस्तेजस्वी    प्रसृतमपरेषां     प्रसहते। 
     स तस्य स्वो भावः प्रकृति नियतत्वादकृतकः।। 


कोई तेजस्वी (व स्वाभिमानी) व्यक्ति किसी अन्य के तेज को सहन नहीं कर सकता, (क्योंकि) यह उसका प्रकृति-प्रदत्त जन्मजात स्वभाव है। 




Image(C) Dr Ajay Kumar Ojha



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