Tuesday, May 12, 2020

From the Eyes of Dr Ajay Kumar Ojha : Dawn Nature's Painting on 13 May 2020 during Lockdown

From the Eyes of Dr Ajay Kumar Ojha :

 Dawn Nature's  Painting on 13 May 2020 during Lockdown


(All the images are subject to IPR)


प्रो (डॉ ) रवीन्द्र नाथ ओझा 
चित्र (C ) डॉ अजय कुमार ओझा 


प्रो (डॉ ) रवीन्द्र नाथ ओझा की दसवीं पुण्य तिथि पर भावपूर्ण श्रद्धांजलि 




"मानववाद   ही  एक धरम  हो, मानववाद ही एक करम,
मानव  सब धर्मों से प्यारा , कोई  न मन में रहे  भरम , 
 हर   नर  राजा , नारी रानी , मिटे सभी  वैषम्य-कहानी, 
गूंजे चहुँदिसि दिग्दिगंत में साम्य और समता की बानी,
हर कुटिया मालिक हो अपनी , यहाँ न कोई दासादासी। 

मिट जाएँ अब जाति-धरम सब, मिट जाएँ नफ़रतरासी,
हम हों केवल हिन्दुस्तानी , हों  बस  केवल भारतवासी।"
                                                         रवीन्द्र नाथ ओझा
                          "विप्राः बहुधा वदन्ति " पुस्तक से उद्धृत 



आज का आकाश मेघाच्छन्न 

Image (C) Dr Ajay Kumar Ojha

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"Be brave and be sincere ; then follow any path with devotion, and you must reach the Whole . Once lay hold of one link of the chain, and the whole chain must come by degrees."


Swami Vivekanand 











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