From the Eyes of Dr Ajay Kumar Ojha :
Dawn Nature's Painting on 27 June 2020 during Unlock 1
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सुभाषितानि
गुरवो बहवः सन्ति शिष्यवित्तापहारकाः।
दुर्लभः स गुरुर्लोके शिष्य चिन्तापहारक:।।
गुरवो बहवः सन्ति शिष्यवित्तापहारकाः।
दुर्लभः स गुरुर्लोके शिष्य चिन्तापहारक:।।
समाज में ऐसे गुरु बहुत मिल जाते हैं जो अपने शिष्यों से धन ठगने में माहिर या होशियार होते हैं पर ऐसा गुरु बहुत कठिनाई से प्राप्त होता है जो अपने शिष्य की चिन्ताओं और अज्ञान को नष्ट करता है।
Image (C) Dr Ajay Kumar Ojha |
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