From the Eyes of Dr Ajay Kumar Ojha :
Nature Dawn Painting on 09 April 2021
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सुभाषितानि
संस्कृत भाषा विश्व की प्राचीनतम भाषा है एवं विश्व की सभी भाषाओं में वैज्ञानिक भी। भारतीय संस्कृति में संस्कृत भाषा का अत्यन्त महत्त्व है। संस्कृत भाषा को देव भाषा भी कहते हैं। हमारे ऋषि-मनीषियों ने अपनी व्यक्तिगत साधना, अनुभव तथा ज्ञान के आधार पर अनेकानेक श्लोकों की रचना की हैं जो समस्त मानव के लिए ज्ञानदायी हैं प्रेरणादायी हैं प्रोत्साहनदायी हैं कल्याणकारी है।
"शरीरमाद्यं खलु धर्मसाधनम्।"
शरीर ही सभी धर्मों सभी कर्तव्यों को पूर्ण करने का साधन है (अर्थात् शरीर का स्वस्थ रहना नितान्त आवश्यक है)।
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