Thursday, April 1, 2021

                                        From the Eyes of Dr Ajay Kumar Ojha : 

            Nature Dawn Painting on 02April  2021
            
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सुभाषितानि 



संस्कृत भाषा विश्व की प्राचीनतम भाषा है एवं विश्व की सभी भाषाओं में  वैज्ञानिक भी। भारतीय संस्कृति में संस्कृत भाषा का अत्यन्त महत्त्व है। संस्कृत भाषा को देव भाषा भी कहते हैं। हमारे ऋषि-मनीषियों ने अपनी  व्यक्तिगत साधना, अनुभव तथा ज्ञान के आधार पर अनेकानेक श्लोकों की रचना की हैं जो समस्त मानव के लिए ज्ञानदायी हैं  प्रेरणादायी हैं  प्रोत्साहनदायी हैं कल्याणकारी है।



यत्र      नार्यस्तु   पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवताः। 
  यत्रैतास्तु न पूज्यन्ते सर्वास्तत्राफलाः क्रियाः। 



Image (C) Dr Ajay Kumar Ojha 

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