Monday, April 5, 2021

From the Eyes of Dr Ajay Kumar Ojha : Nature Dawn Painting on 06 April 2021

                                        From the Eyes of Dr Ajay Kumar Ojha : 

            Nature Dawn Painting on 06 April  2021
            
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सुभाषितानि 



संस्कृत भाषा विश्व की प्राचीनतम भाषा है एवं विश्व की सभी भाषाओं में  वैज्ञानिक भी। भारतीय संस्कृति में संस्कृत भाषा का अत्यन्त महत्त्व है। संस्कृत भाषा को देव भाषा भी कहते हैं। हमारे ऋषि-मनीषियों ने अपनी  व्यक्तिगत साधना, अनुभव तथा ज्ञान के आधार पर अनेकानेक श्लोकों की रचना की हैं जो समस्त मानव के लिए ज्ञानदायी हैं  प्रेरणादायी हैं  प्रोत्साहनदायी हैं कल्याणकारी है।


"क्षीयन्ते खलु भूषणानि सततं वाग्भूषणं भूषणम्। "
सभी भूषण वस्तुतः क्षीण हो जाते हैं मुरझा जाते हैं परन्तु वाग्भूषण अर्थात्  वाणी रुपी भूषण ही केवल ऐसा  भूषण है अलंकार है जो सतत बना रहता है कभी नष्ट नहीं होता। 

 






Image (C) Dr Ajay Kumar Ojha 

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