From the Eyes of Dr Ajay Kumar Ojha :
Nature Dawn Painting on 04 December 2020
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सुभाषितानि
संस्कृत भाषा विश्व की प्राचीनतम भाषा है एवं विश्व की सभी भाषाओं में वैज्ञानिक भी। भारतीय संस्कृति में संस्कृत भाषा का अत्यन्त महत्त्व है। संस्कृत भाषा को देव भाषा भी कहते हैं। हमारे ऋषि-मनीषियों ने अपनी व्यक्तिगत साधना, अनुभव तथा ज्ञान के आधार पर अनेकानेक श्लोकों की रचना की हैं जो समस्त मानव के लिए ज्ञानदायी हैं प्रेरणादायी हैं प्रोत्साहनदायी हैं कल्याणकारी हैं।
सर्वदर्व्येषु विद्यैव द्रव्यमाहुरनुत्तमम्।
अहार्यत्वादनर्ध्यत्वादक्षयत्वाच्च सर्वदा।।
सभी द्रव्यों में विद्या ही सर्वोत्तम द्रव्य है क्योंकि किसी से हारा नहीं जा सकता, उसका कोई मूल्य नहीं हो सकता एवं उसका कभी क्षय नहीं हो सकता।
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