From the Eyes of Dr Ajay Kumar Ojha :
Nature Dawn Painting on 09 February 2021
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सुभाषितानि
संस्कृत भाषा विश्व की प्राचीनतम भाषा है एवं विश्व की सभी भाषाओं में वैज्ञानिक भी। भारतीय संस्कृति में संस्कृत भाषा का अत्यन्त महत्त्व है। संस्कृत भाषा को देव भाषा भी कहते हैं। हमारे ऋषि-मनीषियों ने अपनी व्यक्तिगत साधना, अनुभव तथा ज्ञान के आधार पर अनेकानेक श्लोकों की रचना की हैं जो समस्त मानव के लिए ज्ञानदायी हैं प्रेरणादायी हैं प्रोत्साहनदायी हैं कल्याणकारी हैं।
" जो व्यक्ति सबसे कम ग्रहण करता है एवं सबसे अधिक योगदान देता है वह परिपक्व है क्योंकि देने में ही आत्म-विकास सन्निहित है। "
स्वामी दयानन्द सरस्वती
Image (C) Dr Ajay Kumar Ojha |
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