Saturday, February 20, 2021

From the Eyes of Dr Ajay Kumar Ojha : Nature Dawn Painting on 21 February 2021

                              From the Eyes of Dr Ajay Kumar Ojha : 

Nature Dawn Painting on 21 February 2021

(The whole article along with all the images  are subject to IPR)




सुभाषितानि 



संस्कृत भाषा विश्व की प्राचीनतम भाषा है एवं विश्व की सभी भाषाओं में  वैज्ञानिक भी। भारतीय संस्कृति में संस्कृत भाषा का अत्यन्त महत्त्व है। संस्कृत भाषा को देव भाषा भी कहते हैं। हमारे ऋषि-मनीषियों ने अपनी  व्यक्तिगत साधना, अनुभव तथा ज्ञान के आधार पर अनेकानेक श्लोकों की रचना की हैं जो समस्त मानव के लिए ज्ञानदायी हैं  प्रेरणादायी हैं  प्रोत्साहनदायी हैं कल्याणकारी है।



नेयं स्वर्णपुरी लंका रोचते मम लक्ष्मण। 
जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी।


Image (C) Dr Ajay Kumar Ojha 

Image (C) Dr Ajay Kumar Ojha 

Image (C) Dr Ajay Kumar Ojha 

Image (C) Dr Ajay Kumar Ojha 

Image (C) Dr Ajay Kumar Ojha 

Image (C) Dr Ajay Kumar Ojha 

Image (C) Dr Ajay Kumar Ojha 

Image (C) Dr Ajay Kumar Ojha 

Image (C) Dr Ajay Kumar Ojha 

Image (C) Dr Ajay Kumar Ojha 

Image (C) Dr Ajay Kumar Ojha 

Image (C) Dr Ajay Kumar Ojha 

Image (C) Dr Ajay Kumar Ojha 

Image (C) Dr Ajay Kumar Ojha 

Image (C) Dr Ajay Kumar Ojha 

Image (C) Dr Ajay Kumar Ojha 

Image (C) Dr Ajay Kumar Ojha 

Image (C) Dr Ajay Kumar Ojha 

Image (C) Dr Ajay Kumar Ojha 



No comments:

Post a Comment