From the Eyes of Dr Ajay Kumar Ojha :
Nature Dawn Painting on 01April 2021
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सुभाषितानि
संस्कृत भाषा विश्व की प्राचीनतम भाषा है एवं विश्व की सभी भाषाओं में वैज्ञानिक भी। भारतीय संस्कृति में संस्कृत भाषा का अत्यन्त महत्त्व है। संस्कृत भाषा को देव भाषा भी कहते हैं। हमारे ऋषि-मनीषियों ने अपनी व्यक्तिगत साधना, अनुभव तथा ज्ञान के आधार पर अनेकानेक श्लोकों की रचना की हैं जो समस्त मानव के लिए ज्ञानदायी हैं प्रेरणादायी हैं प्रोत्साहनदायी हैं कल्याणकारी है।
सर्वतीर्थमयी माता सर्वदेवमयः पिता।
"मातरं पितरं तस्मात् सर्वयत्नेन पूजयेत्।"
माता पिता की सभी प्रकार से भलीभाँति सेवा करनी चाहिए पूजा करनी चाहिए।
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