Thursday, February 20, 2025

Nagari Lipi Parishad | Role of Nagari Lipi Parishad in National Unity | Shivaji College | New Delhi



Nagari Lipi Parishad | Role of Nagari Lipi Parishad in National Unity | Shivaji College | New Delhi











Presenting a Book on Tharus to a Tharu Woman of West Champaran




Presenting a Book on Tharus to a Tharu Woman of West Champaran



I had the privilege of  meeting Damyanti Kumari Ji on 19 February  in stall no. 157 of Adi Mahotsav 2025 (16-24 February) organized in National Stadium, New Delhi. This Mahotsav was inaugurated on 16 February by Hon'ble President Draupadi Murmu Ji. 

Adi Mahotsav is a national tribal festival which is organized every year by Ministry of Tribal Affairs and TRIFED at multiple locations throughout the country showcasing the authentic products of tribal art and craft at reasonable prices. Fest also includes folk dance performances, traditional food and other activities.

Damyanti ji comes from Mishrauli village of Tharuhat of West Champaran and she belongs to Tharu Schedule Tribe. The Tharus of West Champaran became Schedule Tribe in 2003. 

Damyanti Ji was a teacher earlier and now a successful woman entrepreneur. With the help of self help women group she produces towels and bedsheets (Chadar)  through handloom. Adi Mahotsav has provided a huge platform for her to sell and market her products.

I seized the golden opportunity to present one of my books on Tharus of West Champaran to a Tharu woman of West Champaran that is Damyanti Ji . The Name of my  book is " From Pasturization to Pauperization of the Tharus" : The Tharu Tribe of West Champaran. This book is published by Anuradha Prakashan, Delhi and is available on Amazon. 












Dr Ajay Kumar Ojha Presenting the Book " From Pasturization to Pauperization of the Tharus" to Damyanti Kumari (Tharu Woman)
 

Wednesday, February 19, 2025

Tharus of West Champaran | Adi Mahotsav 2025| National Stadium | President Draupadi Murmu Ji |Bihar

Tharus of West Champaran | Adi Mahotsav 2025| National Stadium | President Draupadi Murmu Ji |Bihar







Tharus of West Champaran/Adi Mahotsav 2025 /Tharu Woman Entrepreneur/Damyanti Kumari/Mishrauli

Tharus of West Champaran/Adi Mahotsav 2025 /Tharu Woman Entrepreneur/Damyanti Kumari/Mishrauli/Tharuhat





Acharya Rabindra Nath Ojha Rashtriya Nagari Lipi Samman 2024|Dr Nagnath Bhende |Nagari Lipi Parishad


Acharya Rabindra Nath Ojha Rashtriya Nagari Lipi Samman 2024|Dr Nagnath Bhende |Nagari Lipi Parishad









Suar Bada Ki Main|Acharya Rabindra Nath Ojha|Dr Hari Singh Pal|Nagari Lipi Parishad|Dr Ajay Ojha


Suar Bada Ki Main|Acharya Rabindra Nath Ojha|Dr Hari Singh Pal|Nagari Lipi Parishad|Dr Ajay Ojha





Acharya Rabindra Nath Ojha|World Book Fair 2025|Dhiranjan Malvey|Bharat Mandapam|Anuradha Prakashan


Acharya Rabindra Nath Ojha|World Book Fair 2025|Dhiranjan Malvey|Bharat Mandapam|Anuradha Prakashan






Authors Guild of India | World Book Fair | Bharat Mandapam | Theme Pavillion | New Delhi

Authors Guild of India | World Book Fair | Bharat Mandapam | Theme Pavillion | New Delhi








Wonderful Tharu Tribe, Alluring Tharuhat & Charming Champaran | Author Dr Ajay Kumar Ojha

Wonderful Tharu Tribe, Alluring Tharuhat & Charming Champaran | Author Dr Ajay Kumar Ojha







From Pasturization to Pauperization of the Tharus | Author Dr Ajay Kumar Ojha | World Book Fair 2025


From Pasturization to Pauperization of the Tharus | Author Dr Ajay Kumar Ojha | World Book Fair 2025





Book Release|Frozen History| Author Dr Ajay Kumar Ojha| World Book Fair| Bharat Mandapam| New Delhi

Book Release|Frozen History| Author Dr Ajay Kumar Ojha| World Book Fair| Bharat Mandapam| New Delhi






Book Release | Anuradha Prakashan| World Book Fair| Bharat Mandapam| New Delhi

Book Release | Anuradha Prakashan| World Book Fair| Bharat Mandapam| New Delhi






Tuesday, February 4, 2025

विश्व पुस्तक मेला -2025 में नागरी लिपि संगोष्ठी, पुस्तक लोकार्पण और सम्मान समारोह

 विश्व पुस्तक मेला -2025  में नागरी लिपि संगोष्ठी, पुस्तक लोकार्पण और सम्मान समारोह


(Special Programme Organized by Nagari Lipi Paishad in World Book Fair 2025)





बसंत पंचमी के दिन 3  फरवरी 2025  को नागरी लिपि परिषद् और नेशनल बुक ट्रस्ट के तत्वावधान में  विश्व पुस्तक मेला में नागरी लिपि संगोष्ठी, पुस्तक लोकार्पण और सम्मान  समारोह का आयोजन किया गया।  यह कार्यक्रम भारत मंडपम  के हॉल नंबर 2 के लेखक मंच पर सफलता पूर्वक संपन्न हुआ। 






कार्यक्रम की अध्यक्षता नागरी लिपि परिषद् के अध्यक्ष डॉ प्रेमचंद पातंजलि ने की।  इस अवसर पर नागरी लिपि के प्रचार-प्रसार में जुड़े कई गणमान्य लोग उपस्थित थे। मुख्य अतिथि थे केंद्रीय हिंदी संस्थान  के निदेशक  डॉ सुनील कुलकर्णी। मंच पर आसीन अन्य विशिष्ट व्यक्ति थे - सुनील कुमार सिंह, डॉ शिवशंकर अवस्थी और नागरी लिपि परिषद के महामंत्री डॉ हरिसिंह पाल।  इसके साथ ही कई अन्य साहित्यकारों  एवं विद्वानों की उपस्थिति से इस कार्यक्रम की शोभा और बढ़ गई।  ऐसे विद्वानों में  उल्लेखनीय हैं डॉ अजय कुमार ओझा, आचार्य ओमप्रकाश, डॉ उमाकांत खुबालकर, डॉ किशोर कौशल, डॉ संदीप शर्मा, चितरंजन भारती, डॉ श्याम सुंदर कथूरिया, भूप सिंह यादव, सुमित राजोरा, नागरी लिपि परिषद् के पूर्व अध्यक्ष स्व. परमानंद पांचाल जी के पुत्र व पुत्रवधु। 






वक्ताओं ने निर्धारित विषय 'नागरी लिपि एवं पुस्तक संस्कृति' पर अपने अपने विचारों से श्रोताओं को अवगत कराया। साथ ही नागरी लिपि परिषद् की सक्रियता और सफलता पर भी प्रकाश डाला गया। कई पत्रिकाओं एवं पुस्तकों का लोकार्पण भी किया गया  यथा  नागरी लिपि परिषद् की पत्रिका  'नागरी संगम',  Authors Guild of India की पत्रिका 'Indian Author', पुस्तक "राम से बड़ा राम का नाम", पुस्तक "जय हिन्दी जय हिन्द", आचार्य रवीन्द्रनाथ ओझा की रचनाओं पर आधृत डॉ अजय ओझा की तीन पुस्तकें : "मैं गीध होना चाहता हूँ", सूअर बड़ा कि मैं", "छलके छलके नयानियाँ के कोर" । 














इस अवसर पर डॉ रश्मि चौबे को 'श्री परमानंद पांचाल स्मृति नागरी  सम्मान' से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन श्री अरुण कुमार पासवान और डॉ रश्मि चौबे ने किया।  









विश्व पुस्तक मेला-2025 में डॉ अजय ओझा की पुस्तक "सूअर बड़ा कि मैं " का लोकार्पण

 

 विश्व पुस्तक मेला-2025 में डॉ अजय ओझा की पुस्तक (ललित निबंध संग्रह) "सूअर बड़ा कि मैं  " का लोकार्पण 

(Release of Dr Ajay Kumar Ojha's Book "Suar Bada Ki Main" in World Book Fair-2025)






 



दिल्ली के भारत मंडपम में  विश्व पुस्तक मेला-2025 के हॉल नंबर 2 के लेखक मंच पर नागरी लिपि परिषद् और नेशनल बुक ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में दिनांक 3  फरवरी  2025  को  आयोजित एक कार्यक्रम में आचार्य रवीन्द्रनाथ ओझा की  अद्भुत रचनाओं पर आधृत तथा डॉ अजय कुमार ओझा द्वारा संकलित व संपादित पुस्तक "सूअर बड़ा कि मैं"  का लोकार्पण  किया गया। इस अवसर पर मंच पर उपस्थित थे - श्री सुनील कुमार सिंह (भारतीय सांस्कृतिक सम्बन्ध परिषद्), डॉ शिवशंकर अवस्थी (महासचिव, ऑथर्स गिल्ड ऑफ इंडिया), डॉ सुनील कुलकर्णी (निदेशक, केन्द्रीय हिंदी संस्थान), डॉ प्रेमचंद पातंजलि (अध्यक्ष, नागरी लिपि परिषद्), डॉ  अजय कुमार ओझा और डॉ हरिसिंह पाल (महासचिव, नागरी लिपि परिषद् )।  

बिहार के  बक्सर (Buxar) जिले के बड़का सिंघनपुरा (Badaka Singhanpura) गाँव  के आचार्य रवीन्द्रनाथ ओझा (Acharya Rabindra Nath Ojha) बिहार विश्वविद्यालय के महारानी जानकी कुँवर महाविद्यालय बेतिया ( M. J. K. College, Bettiah)  स्नातकोत्तर अंग्रेजी विभाग के विभागाध्यक्ष थे। हिंदी जगत में एक निबंधकार, कवि, समीक्षक, पत्र-लेखक के रूप में  डॉ ओझा का एक विशिष्ट स्थान है। 

यह पुस्तक लोकमित्र प्रकाशन, दिल्ली द्वारा प्रकाशित की गयी है। 

विश्व पुस्तक मेला-2025 में डॉ अजय ओझा की पुस्तक "मैं गीध होना चाहता हूँ" का लोकार्पण

 विश्व पुस्तक मेला-2025 में डॉ अजय ओझा की पुस्तक (ललित निबंध संग्रह) "मैं गीध होना चाहता हूँ" का लोकार्पण 

(Release of Dr Ajay Kumar Ojha's Book "Main Geedh Hona Chahta Hoon" in World Book Fair-2025)

















दिल्ली के भारत मंडपम में  विश्व पुस्तक मेला-2025 के हॉल नंबर 2 के लेखक मंच पर नागरी लिपि परिषद् और नेशनल बुक ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में दिनांक 3  फरवरी  2025  को  आयोजित एक कार्यक्रम में आचार्य रवीन्द्रनाथ ओझा की  अद्भुत रचनाओं पर आधृत तथा डॉ अजय कुमार ओझा द्वारा संकलित व संपादित पुस्तक " मैं गीध होना चाहता हूँ"  का लोकार्पण  किया गया। इस अवसर पर मंच पर उपस्थित थे - श्री सुनील कुमार सिंह (भारतीय सांस्कृतिक सम्बन्ध परिषद्), डॉ शिवशंकर अवस्थी (महासचिव, ऑथर्स गिल्ड ऑफ इंडिया), डॉ सुनील कुलकर्णी (निदेशक, केन्द्रीय हिंदी संस्थान), डॉ प्रेमचंद पातंजलि (अध्यक्ष, नागरी लिपि परिषद्), डॉ  अजय कुमार ओझा और डॉ हरिसिंह पाल (महासचिव, नागरी लिपि परिषद् )।  

बिहार के  बक्सर (Buxar) जिले के बड़का सिंघनपुरा (Badaka Singhanpura)गाँव  के आचार्य रवीन्द्रनाथ ओझा बिहार विश्वविद्यालय के महारानी जानकी कुँवर महाविद्यालय बेतिया (M.J.K. College, Bettiah)  स्नातकोत्तर अंग्रेजी विभाग के विभागाध्यक्ष थे। हिंदी जगत में एक निबंधकार, कवि, समीक्षक, पत्र-लेखक के रूप में  डॉ ओझा का एक विशिष्ट स्थान है। 

यह पुस्तक अनुराधा प्रकाशन, नई दिल्ली द्वारा प्रकाशित की गयी है। 































































विश्व पुस्तक मेला-2025 में डॉ अजय ओझा की पुस्तक (भोजपुरी) "छलके छलके नयनियाँ के कोर " का लोकार्पण

 विश्व पुस्तक मेला-2025 में डॉ अजय ओझा की पुस्तक (भोजपुरी कविता  संग्रह) "छलके छलके नयनियाँ के कोर " का लोकार्पण 

(Release of Dr Ajay Kumar Ojha's Book "Chhalke Chhalke Nayaniyan Ke Kor " in World Book Fair-2025)























दिल्ली के भारत मंडपम में  विश्व पुस्तक मेला-2025 के हॉल नंबर 2 के लेखक मंच पर नागरी लिपि परिषद् और नेशनल बुक ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में दिनांक 3  फरवरी  2025  को  आयोजित एक कार्यक्रम में आचार्य रवीन्द्रनाथ ओझा की  भोजपुरी कविताओं पर आधृत तथा डॉ अजय कुमार ओझा द्वारा संकलित व संपादित पुस्तक "छलके छलके नयनियाँ के कोर "  का लोकार्पण  किया गया। इस अवसर पर मंच पर उपस्थित थे - श्री सुनील कुमार सिंह (भारतीय सांस्कृतिक सम्बन्ध परिषद्), डॉ शिवशंकर अवस्थी (महासचिव, ऑथर्स गिल्ड ऑफ इंडिया), डॉ सुनील कुलकर्णी (निदेशक, केन्द्रीय हिंदी संस्थान), डॉ प्रेमचंद पातंजलि (अध्यक्ष, नागरी लिपि परिषद्), डॉ  अजय कुमार ओझा और डॉ हरिसिंह पाल (महासचिव, नागरी लिपि परिषद् )।  

बिहार के  बक्सर (Buxar) जिले के बड़का सिंघनपुरा (Badaka Singhanpura) गाँव  के आचार्य रवीन्द्रनाथ ओझा (Acharya Rabindra Nath Ojha) बिहार विश्वविद्यालय के महारानी जानकी कुँवर महाविद्यालय बेतिया ( M. J. K. College, Bettiah)  स्नातकोत्तर अंग्रेजी विभाग के विभागाध्यक्ष थे। हिंदी जगत में एक निबंधकार, कवि, समीक्षक, पत्र-लेखक के रूप में  डॉ ओझा का एक विशिष्ट स्थान है। 

यह पुस्तक अनुराधा  प्रकाशन, दिल्ली द्वारा प्रकाशित की गयी है। 


Monday, February 3, 2025

विश्व पुस्तक मेला 2025 में आचार्य रवीन्द्रनाथ ओझा को "श्रेष्ठ काव्यरत्न सम्मान"

 विश्व पुस्तक मेला 2025 में आचार्य रवीन्द्रनाथ ओझा को "श्रेष्ठ काव्यरत्न  सम्मान" 

(Late Acharya Rabindra Nath Ojha gets "Shreshtha Kavya Ratna Samman" in World Book Fair 2025)

(All the images are subject to IPR)














दिल्ली के भारत मंडपम में  विश्व पुस्तक मेला-2025 के हॉल नंबर 2 के लेखक मंच पर नागरी लिपि परिषद् और नेशनल बुक ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में दिनांक 3  फरवरी  2025  को दो अन्तरराष्ट्रीय साझा काव्य संकलन  क्रमशः "राम से बड़ा राम का नाम" तथा "जय हिन्दी  जय हिन्द"  का लोकार्पण  किया गया। इस अवसर पर मंच पर उपस्थित थे - श्री सुनील कुमार सिंह (भारतीय सांस्कृतिक सम्बन्ध परिषद्), डॉ शिवशंकर अवस्थी (महासचिव, ऑथर्स गिल्ड ऑफ इंडिया), डॉ सुनील कुलकर्णी (निदेशक, केन्द्रीय हिंदी संस्थान), डॉ मनमोहन शर्मा'शरण' (अनुराधा प्रकाशन), डॉ प्रेमचंद पातंजलि (अध्यक्ष, नागरी लिपि परिषद्), डॉ  अजय कुमार ओझा और डॉ हरिसिंह पाल (महासचिव, नागरी लिपि परिषद् )।  

इन  दोनों  अंतरराष्ट्रीय साझा संकलन में आचार्य  रवीन्द्रनाथ ओझा की भी स्तरीय कविताएं शामिल की गयीं हैं।  अनुराधा प्रकाशन के डॉ मनमोहन शर्मा 'शरण' ने  इस अवसर पर आचार्य रवीन्द्रनाथ ओझा को "श्रेष्ठ  काव्यरत्न सम्मान " से सम्मानित किया जिसको उनके पुत्र डॉ अजय कुमार ओझा ने ग्रहण किया।  साथ में दोनों पुस्तकें भी डॉ ओझा को भेंट की गयीं। 

बिहार के  बक्सर जिले के बड़का सिंघनपुरा गाँव  के आचार्य रवीन्द्रनाथ ओझा बिहार विश्वविद्यालय के महारानी जानकी कुँवर महाविद्यालय बेतिया  में  स्नातकोत्तर अंग्रेजी विभाग के विभागाध्यक्ष थे। हिंदी जगत में एक निबंधकार, कवि, समीक्षक, पत्र-लेखक के रूप में  डॉ ओझा का एक विशिष्ट स्थान है।