Sunday, August 14, 2016

PATRIOTIC SONG : "HUM HON KEWAL HINDUSTANI" by Dr Ajay Kumar Ojha



Audio Track of a Patriotic Song  Released by Dr Ajay Kumar Ojha on the Occasion of 70th Independence Day



Poem : Prof (Dr)  Rabindra Nath Ojha

Tune & Singer : Dr Ajay Kumar Ojha

Music : Ravi Mathew



This patriotic song is dedicated to my beloved great Nation India that is Bharat  which is celebrating its 70th Independence Day on 15th August 2016 with full enthusiasm & excitement under the dynamic and visionary leadership of our Prime Minister Narendra Modi.



मिट जाएँ अब जाति - धरम सब मिट जाएँ  नफरातरासी 

हम हों केवल हिन्दुस्तानी    हों  बस    केवल भारतवासी। 



मानववाद ही एक धरम हो,   मानववाद हो एक करम ,

मानव सब धरमों से प्यारा ,  कोई न  मन में रहे  भरम ,

हर नर राजा , नारी रानी ,    मिटे सभी वैषम्य -कहानी ,

गूँजे चहुँदिसि  दिग्दिगंत में साम्य और समता  की बानी 



मिट जाएँ अब जाति - धरम सब मिट जाएँ  नफरातरासी 

हम हों केवल हिन्दुस्तानी    हों  बस    केवल भारतवासी।



हर पंछी को नीड़ हो अपना , हर नौका  को लंगर ,

हर राधा को सहज  सुलभ  हो    वंशीधर पीतांबर , 

हर सीता को मिला करे , मनभावन श्यामल सुवर ,

धरती का हर प्रणय निवेदन     सुना करे नीलांबर ,

लक्ष्मण को कोई बाण लगे नहीं , राम न हों वनवासी,



मिट जाएँ अब जाति - धरम सब मिट जाएँ  नफरातरासी 

हम हों केवल हिन्दुस्तानी    हों  बस    केवल भारतवासी। 



यहाँ नहीं बाणों से आहात क्रोन्च करे कोई क्रन्दन ,

फँसे नहीं अभिमन्यु व्यूह में , सभी काष्ठ हों चन्दन ,

हर सरिता को पास बुलावे       उसका प्रेमी सागर ,

हरी भरी सब यौवन क्यारी     भरी - भरी हो गागर ,

सूत्रधार अब राजनीति के     हो जाएँ  आश्रमवासी ,



मिट जाएँ अब जाति - धरम सब मिट जाएँ  नफरातरासी 

हम हों केवल हिन्दुस्तानी    हों  बस    केवल भारतवासी।



                                                    Image result for rabindra nath ojha  प्रो (डॉ )   रवीन्द्र  नाथ ओझा 


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